Animal insurance करवाने के लिए आपको इसकी सभी शर्तो का पालन करना होगा। आपको यह तो पता होगा की आप अपने पशुओं का बीमा भी करवा सकते है। भारत की सरकार अलग अलग प्रकार का बीमा प्रदान करती है। राज्य सरकार पशुओं के बीमा- के लिए समय समय पर अलग अलग योजनाएं निकलती है। लेकिन एक अच्छी बात तो यह है की पशुओं के बीमा के प्रीमियम का एक बड़ा हिस्सा केंद्र या राज्य सरकार वहन करती है। किसानों के लिए खेती के साथ-साथ पशुपालन करना भी काफी चुनौती भरा काम होता है। इसमें भी उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार पशुओं के बीमार पड़ने या उनकी मृत्यु हो जाने पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है।
इस दौरान किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए कई राज्यों की सरकारों द्वारा पशुओं के लिए इंश्योरेंस की सुविधा मुहैया कराई जाती है। अपने पशुओं का इंश्योरेंस कराना किसानों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। हर राज्य में पशुओं का बीमा प्रीमियम और कवरेज राशि भी भिन्न भिन्न होती है। जैसे उत्तर प्रदेश में गाय या भेंस के 50,000 बीमा कवरेज के लिए प्रीमियम राशि पशुओं की नस्ल के आधार पर 400 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक है। इस बीमा प्रीमियम में भी राज्य सरकार किसानों की जाति तथा आर्थिक हालात के आधार पर सब्सिडी भी देती है।
Animal insurance क्या है? (what is animal insurance)
इस योजना के तहत संकर और अधिक उपज देने वाली गाय-बैल और भैंस को उनके वर्तमान बाजार मूल्य के अधिकतम पर बीमा किया जा रहा है। बीमा के प्रीमियम में 50% की धुन पर सब्सिडी दी जाती है। सब्सिडी का पूरा खर्च केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है। पशु का बीमा करने के दौरान बीमा कंपनी द्वारा पशु के कान में टैग लगाया जाएगा। पशुपालक की पशु के साथ संयुक्त फोटो ली जाएगी। बाद में पशु का बीमा कर पॉलिसी जारी कर दी जाएगी।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों को गंभीर बीमारियों जैसे दीर्घकालिक चर्म रोग, एचएसबीक्यू तथा अन्य कारणों से दुधारू पशुओं की मृत्यु से होने वाली आर्थिक हानि से वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत प्रति दुधारू पशु अधिकतम मूल्य क्या है? इस योजना के अंतर्गत प्रति दुधारू पशु अधिकतम मूल्य ₹60,000 है। पालतू पशु चिकित्सा बिलो की कुल लागत को कम करने में मदद करता है। यह स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों के लिए वेबसाइट के समान है। स्टाफ इंसोरेंस स्टाफ पशु चिकित्सा स्टोर को पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से कवर किया जाता है।
Animal insurance योजना की लागत कितनी है? (How much does the animal insurance plan cost)
प्रति दुधारू पशु की अधिकतम कीमत 60,000 रूपये निर्धारित की गई है। 3.5 प्रतिशत की दर से बीमा की कुल राशि 2,100 रूपये होगी। बीमा कम्पनी दुधारू पशुओं का एक वर्ष तक बीमा करेगी। वार्षिक मूल्य विरोध और असहमति से नामांकन के लिए, पेटी बीस्ट के मालिक एक गारंटी खरीद सकते हैं जो कुछ जेब खर्च बचाएगा। मानव स्वास्थ्य बीमा की तरह, पेटी बीस्ट का मालिक वार्षिक या मासिक प्रीमियम का भुगतान।
Animal insurance कैसे करवाया जा सकता है? (How can animals be insured)
- जो भी व्यक्ति अपने पशुओं का बीमा करवाना चाहते है तो सबसे पहले अपने नजदीकी पशु अस्पताल में बीमा की जानकारी देनी होगी।
- इसके बाद पशुचिकित्सक और बीमा एजेंट किसान के घर जाकर पशु के स्वास्थ्य की जाँच करेंगे।
- पशु की जाँच करने के बाद पशुचिकित्सक उसके स्वास्थ्य प्रमाण परत जारी करता है।
- जब पशु की जाँच पूरी हो जाती है तो पशु के कण में एक टैग लगाता है जिससे यह पता चलता है की पशु का बिमा पूरा हो चूका है।
- इसके बाद किसान और पशु की एक साथ फोटो ली जाती है। इसके बाद बीमा पॉलिसी चालू कर दिया जाता है।
- अगर आपका पशु खो जाता है, तो आपको कंपनी को सूचित करना होगा।
- आपके पशु का टैग गिर जाता है तो आपको आपको यह भी कंपनी वालों को सूचित करना होगा ताकि एक नया टेक लगाया जा सके।
- अगर भिमाशाह कार्ड है तो 5 पशुओं का बीमा बनवाया जा सकता है।
पशु की दुर्घटना में मृत्यु होने पर मिलेगा बीमा क्लेम: (Potential insurance claim in case of death of the animal)
योजना के अनुसार पशु की आकस्मिक या दुर्घटना में हुई मौत को कवर किया जाता है। बीमा होने के 21 दिन बाद यह योजना लागू होती है। हालांकि पशु चोरी होने पर कोई क्लेम नहीं होगा। एक पशु पालक बड़े पशुओं की दूध क्षमता एवं आयु के आधार पर 50 हजार से लेकर अधिकतम 88 हजार रुपये तक जबकि छोटे पशुओं या जानवरों की मौत पर अधिकतम 10 हजार रुपये से 20 हजार रुपये क्लेम राशि का दावा कर पशु चिकित्सक की रिपोर्ट अनुसार कर सकेगा।
Animal insurance के क्या लाभ है? (What are the benefits of pet insurance)
- आप अगर यह जानना चाहते है की पशुधन बीमा के अंतर्गत क्या क्या लाभ आते है तो आपको निचे दी गई जानकारी ध्यान जानिए।
- पशुधन बीमा योजना के अंतर्गत सरकार के द्वारा पशुपालक को के पशुओं को बीमा (Insurance) कवर प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना में गाय, भैंस, बैल, भेड़, बकरी तथा शुगर आदि (Cow, buffalo, bull, sheep, goat and sugar etc.) पशुओं का पालन करने वाले नागरिक को को लाभ मिलेगा।
- पशुधन बीमा योजना के तहत भारतीय नागरिक 25 रूपये से लेकर 100 रूपये तक की प्रीमियम के भुगतान करके अपने पशुओं का बीमा करवा सकते है।
- इस योजना के माध्यम से सरकार पशुओं (Animals) को 3 साल की अवधि का बीमा कवर प्रदान करेगी।
- अगर अवधि के अंतर्गत यदि पशु की मृत्यु हो जाती है तो बीमा कंपनी के द्वारा लाभार्थी को मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी।
- योजना के अंतर्गत नागरिक मुफ्त में इस योजना का लाभ उठा सकते है।
- इस योजना के शुरू होने से पशु की मृत्यु होने पर पशुपालक को वित्तीय नुकसान से बचाव मिल जाता है। इससे पशुपालक की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
पशुधन बीमा योजना के लिए जरूरी पात्रता क्या होती है? (What is the eligibility required for Livestock Insurance Scheme)
पशु पालन करने वाले जो भी इच्छुक नागरिक इस योजना के अंतर्गत अपने पशुओं का बीमा (Insurance) कराना चाहते हैं। इस योजना का लाभ उठाने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित इन नियमो का पालन करना होता है। यह निम्नलिखित प्रकार से है:-
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पशुपालक का हरियाणा राज्य का स्थाई निवासी होना जरूरी है।
- जो नागरिक गाय, भैंस, बैल, भेड़, बकरी इत्यादि पशुओं का पालन करते हैं वह इस योजना के लिए पात्र माने जाएंगे।
- इस योजना का लाभ अनुसूचित जनजाति के साथ ही अन्य जाति के पशुपालक भी उठा सकते हैं।
- बीमा योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए नागरिकों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
पशुधन बीमा योजना 2024 के लिए जरूरी दस्तावेज कौन- कौन से हो सकते है? (What can be the documents required for Livestock Insurance Scheme)
पशुओं का बिमा बनवाने के लिए आपको अपने कुछ आवश्यक दस्तावेज के बारे में भी जानकारी देनी पड़ती है। यह दस्तावेज निम्न है:-
- आधार कार्ड। (Aadhar Card)
- राशन कार्ड। (Ration Card)
- पासपोर्ट साइज फोटो। (Passport Size Photo)
- बैंक अकाउंट नंबर। (Bank Account Number)
- मोबाइल नंबर। (Mobile Number)
- निवास प्रमाण पत्र। (Residence Certificate)
- आय प्रमाण पत्र। (Income Certificate)
- जाति प्रमाण पत्र। (Caste Certificate)
- ईमेल आईडी इत्यादि। (Email ID etc.)
पशुधन बीमा योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? (How to apply online for Pashudhan Bima Yojana)
पशुधन बीमा योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया बहुत सरल है आपको निचे दी गई जानकारी को ध्यान पूर्वक जानना होगा।
- आपको सबसे पहले पशुधन बीमा योजना की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना है।
- वेबसाइट को ओपन करने के बाद आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाता है।
- इसके बाद आपको अपने स्टेट का नाम सेलेक्ट कर लेना है। वहां पर आपको download application form link मिलेगा, इस पर क्लिक करना है।
- आप जैसे ही उस ऑप्शन पर क्लिक करते है तप आपके सामने एप्लीकेशन फॉर्म खुल जाएगा इसे डाउनलोड करके प्रिंट आउट निकाल लेना है।
- इसका बाद आपसे आपकी पर्सनल जानकारी पूछी जाएगी। जैसे की नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि आपको यह सब जानकारी ध्यानपूर्वक डालनी है। इसके बाद आपको नेक्स्ट पर क्लिक कर देना है।
- पर्सनल जानकारी डालने के बाद आपको अपने सभी मांगे गए दस्तावेज अपलोड कर देने है।
- इतना करने के बाद आपको यह आवेदन पत्र पशुपालन एवं दुग्ध विभाग में जमा करना होगा।
- आपकी प्रक्रिया कुछ इस प्रकार से पूरी हो जाती है। आप इस योजना के अंतर्गत इस योजना का लाभ बहुत ही आसानी से उठा सकते है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:
पशुओं का बीमा कैसे होता है?
बीमा के लिए पशुपालक के पास भामाशाह कार्ड एवं बैंक में खाता होना जरूरी है। पशु का बीमा करने के दौरान बीमा कंपनी द्वारा पशु के कान में टैग लगाया जाएगा। पशुपालक की पशु के साथ संयुक्त फोटो ली जाएगी। बाद में पशु का बीमा कर पॉलिसी जारी कर दी जाएगी।
पशु बीमा योजना क्या है?
बीमा के प्रीमियम में 50% की धुन पर सब्सिडी दी जाती है। सब्सिडी का पूरा खर्च केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है। सब्सिडी के लाभ के लिए तीन साल की अधिकतम की एक नीति के लिए प्रति लाभार्थी जानवरों की एक अधिकतम करने के लिए प्रदान की जा रही है।
पशु का बीमा कैसे करवाया जाता है?
बीमा के लिए पशुपालक के पास भामाशाह कार्ड एवं बैंक में खाता होना जरूरी है। पशु का बीमा करने के दौरान बीमा कंपनी द्वारा पशु के कान में टैग लगाया जाएगा। पशुपालक की पशु के साथ संयुक्त फोटो ली जाएगी। बाद में पशु का बीमा कर पॉलिसी जारी कर दी जाएगी।