Insurance आपको, आपके परिवार और आपकी संपत्तियों की सुरक्षा करने में मदद करता है। एक बीमाकर्ता आपको अप्रत्याशित और नियमित चिकित्सा बिलों या अस्पताल में भर्ती होने, आपकी कार को दुर्घटना में हुए नुकसान या दूसरों को चोट लगने, और घर को हुए नुकसान या आपके सामान की चोरी की लागतों को कवर करने में मदद करेगा। एक बीमा पॉलिसी आपके जीवित बचे लोगों को आपकी मृत्यु होने पर एकमुश्त नकद भुगतान भी प्रदान कर सकती है।
Insurance क्या है?
इंश्योरेंस आपके वित्तीय जोखिमों को प्रबंधित करने का एक तरीका है। जब आप बीमा खरीदते हैं, तो आप अप्रत्याशित वित्तीय नुकसान के खिलाफ सुरक्षा खरीदते हैं। अगर कुछ बुरा होता है तो बीमा कंपनी आपको या आपके द्वारा चुने गए किसी व्यक्ति को भुगतान करती है। अगर आपके पास कोई बीमा नहीं है और कोई दुर्घटना होती है, तो आप सभी संबंधित लागतों के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
Insurance कितने तरह का होता है?
आम तौर पर बीमा दो तरह का होता है :
- Life Insurance
- General Insurance
Life Insurance : Life Insurance का मतलब यह है कि बीमा पॉलिसी खरीदने वाले व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसके आश्रित को बीमा कंपनी की तरफ से मुआवजा मिलता है। अगर परिवार के मुखिया की मृत्यु हो जाती है तो घर का खर्च चलाना मुश्किल हो जाता है। परिवार के मुख्य व्यक्ति की पत्नी/बच्चे/माता-पिता आदि को आर्थिक संकट से बचाने के लिए जीवन बीमा पॉलिसी लेना जरूरी है। वित्तीय योजना में सबसे पहले किसी व्यक्ति को Life Insurance पॉलिसी खरीदने का सुझाव दिया जाता है।
Genral insurance : सामान्य बीमा एक प्रकार का बीमा है जो चोरी, आग, सेंधमारी या दुर्घटनाओं जैसी वित्तीय घटनाओं से परिसंपत्तियों की रक्षा करता है। इसे गैर-जीवन बीमा के नाम से भी जाना जाता है। सामान्य बीमा जीवन बीमा से भिन्न है, जो बीमित व्यक्ति के परिवार को धन उपलब्ध कराता है।
Insurance Mechanism :
Premium :
यह इंश्योरेंस प्लान ख़रीदने का ख़र्च है। इंश्योर्ड व्यक्ति पॉलिसी शर्तों के आधार पर प्रीमियम का भुगतान मासिक, सालाना या अर्ध-वार्षिक रूप से कर सकता है। कुछ सामान्य इंश्योरेंस प्लान, जैसे कि मोटर इंश्योरेंस के मामले में, बीमाधारक को ऐसी कटौतियां स्वीकार करनी होती हैं, जो प्रॉपर्टी को नुकसान होने की स्थिति में मरम्मत के लिए आवश्यक लागत का एक निश्चित हिस्सा बताती हैं।
Policy Term :
यह बीमा प्लान की अवधि होती है। यह तय करता है कि इंश्योरर किस अवधि के लिए इंश्योर्ड व्यक्ति के लिए जोखिम कवर करेगा।
Payout :
यह इंश्योरेंस पॉलिसी का फ़ायदा है। जीवन बीमा में, यह नॉमिनी को डेथ बेनिफिट या कॉम्प्रिहेंसिव लाइफ इंश्योरेंस प्लान के मामले में मेच्योरिटी बेनिफिट हो सकता है। और जनरल इंश्योरेंस में, यह वह फंड होता है जो इंश्योरर द्वारा किसी संपत्ति के नुकसान या क्षति से संबंधित लागत को कवर करने के लिए दिया जाता है।
Insurance के प्रकार :
Home Insurance :
होम इंश्योरेंस एक प्रकार से घर की सुरक्षा पॉलिसी है। होम इंश्योरेंस आपके घर और सामान के चोरी होने घर में आग लगने, या बाढ़ और तूफ़ान से घर की सम्पत्ति को नुकसान पहुंचने, भूकंप और विस्फोट जैसी घटनाओं से हुई आर्थिक कमी को पूरा करने में मदद करता है। इसमें घर के अंदर और बाहर हुए नुकसान के साथ-साथ, बीमित संपत्ति पर हुए चोटों के लिए भी कवरेज शामिल होता है। यह आपके घर में होने वाली दुर्घटनाओं के लिए भी बीमा देता है। होम इंश्योरेंस से आपको मन की शांति और वित्तीय सुरक्षा परदन होती है। होम इंश्योरेंस की पॉलिसी के प्रकार अलग-अलग होते हैं और हर पॉलिसी में कवरेज का स्तर अलग-अलग होता है।
Car Insurance :
कार बीमा एक ऐसी पॉलिसी है, जिसमें पॉलिसीधारक बीमा प्रदाता को प्रीमियम का भुगतान करेगा। यह प्रीमियम राशि है जिसके विरुद्ध वह बीमा राशि का दावा कर सकता है। बीमा राशि आमतौर पर प्रीमियम भुगतान की कुल लागत से बड़ी होती है। यह कार या घरेलू चार पहिया वाहन के नुकसान या डकैती/चोरी के मामलों में लागू होती है। प्रीमियम का भुगतान प्रदान की गई बीमा कवरेज की राशि पर निर्भर करता है। कवरेज जितना अधिक होगा, प्रीमियम उतना ही अधिक होगा। कवरेज जितना अधिक होगा, प्रीमियम उतना ही अधिक होगा।
Fire Insurance :
अग्नि बीमा संपत्ति बीमा का एक रूप है जो आग से होने वाले नुकसान और हानि को कवर करता है। अधिकांश पॉलिसियाँ किसी न किसी प्रकार की अग्नि सुरक्षा के साथ आती हैं, लेकिन घर के मालिक आग के कारण अपनी संपत्ति के खो जाने या क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में अतिरिक्त कवरेज खरीद सकते हैं।
Motor Insurance :
वाहन बीमा या मोटर बीमा एक बीमा पॉलिसी है जो चार पहिया वाहनों, ट्रकों, बसों आदि जैसे वाणिज्यिक वाहनों और दोपहिया वाहनों के लिए कवरेज प्रदान करती है। वाहन बीमा दुर्घटनाओं, आग, प्राकृतिक आपदाओं और चोरी के कारण बीमित वाहन को हुए तीसरे पक्ष की देनदारियों और आकस्मिक क्षति के खिलाफ कवरेज प्रदान करता है।
Commercial Insurance :
वाणिज्यिक बीमा, जिसे व्यवसाय बीमा के रूप में भी जाना जाता है, सामान्य व्यावसायिक संचालन के दौरान अप्रत्याशित घटनाओं, जैसे कि मुकदमे, प्राकृतिक आपदाओं या दुर्घटनाओं के कारण होने वाले नुकसान से व्यवसायों की रक्षा करता है। व्यवसायों के लिए कई प्रकार के वाणिज्यिक बीमा हैं, जिनमें संपत्ति की क्षति, कानूनी देयता और कर्मचारी-संबंधी जोखिमों के लिए कवरेज शामिल है।
Bike Insurance :
बाइक इंश्योरेंस और टू-व्हीलर इंश्योरेंस बाइक के मालिक और इंश्योरर कंपनी के बीच का कॉन्ट्रैक्ट होता है। इसमें एक्सीडेंट से हुए वित्तीय नुकसान से कवर मिलता है। साथ ही इसमें थर्ड पार्टी बिमा भी शामिल है। बाइक या दोपहिया वाहन दुर्घटना दुर्घटना हो जाती है या चोरी हो जाता है या प्राकृतिक या मानव निर्मित क्षति के कारण क्षतिग्रस्त हो जाता है। तो बाइक बीमा आपको वित्तीय रूप से सुरक्षित रखता है। दोपहिया वाहन बीमा मरम्मत या प्रतिस्थापन की लागत को कवर करता है। यह सुनिश्चित करता है कि आपको अकेले वित्तीय बोझ नहीं उठाना पड़ेगा। बाइक इंश्योरेंस में ऐड ऑन कवर भी शामिल है। इसमें इंज सुरक्षा, गियर बॉक्स सुरक्षा, टायर सुरक्षा और NCB सुरक्षा कवर के साथ-साथ यात्रा सहायता कवर भी शामिल है। बाइक इंश्योरेंस से आप RTO द्वारा लगाए गए दंड से बच जाते है। इसके साथ थर्ड पार्टी इंश्योरेंस जरूरी है।
Health Insurance :
Health Insurance पॉलिसी में बीमाधारक को उसकी मेडिकल इमरजेंसी में वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह धारक और कंपनी के बीच का कॉन्ट्रैक्ट होता है जिसमे कंपनी पॉलिसीधारक को चोट लगने, किसी दुर्घटना में या मेडिकल इमरजेंसी में मदद करती है। पॉलिसीधारक इसमें प्रीमियन का भुगतान करते है और कंपनी उन्हें हस्पताल में एडमिट करवाने से लेकर उनकी सर्जरी, दवाएं और देखभाल तक सभी मेडिकल आवश्यकताओ को पूरा करती है। हेल्थ इंश्योरेंस का मुख्य उद्देश्य पॉलिसीधारक के बोझ को कम करने से लेकर और उसके स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करना है।
Insurance के लिए किन-किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है?
इसमें आपका आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट इत्यादि शामिल हो सकते है।
इसमें आपका इनकम सर्टिफिकेट, बैंक स्टेटमेंट और सेलरी स्लिप शामिल हो सकती है।
पहचान पत्र में आप अपना वोटर आईडी, पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि दे सकते है।
मेडिकल इमरजेंसी में आपको अपनी मेडिकल रिपोर्ट जमा करनी होगी। इस दौरान आपको कुछ मेडिकल टेस्ट भी करवाने पड़ सकते है।
आवेदनकर्ता को अपनी वर्तमान पासपोर्ट साइज फोटो देनी होगी।
Insurance के क्या फायदे है?
जीवन बीमा पॉलिसी से आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा मिलती है अगर आपको कोई अनहोनी घटना घटती है, तो आपके परिवार को एकमुश्त राशि मिलती है।
जीवन बीमा पॉलिसी से लोन चुकाने में मदद मिलती है।
कुछ जीवन बीमा पॉलिसीज़ निवेश के फ़ायदे भी देती हैं। इन पॉलिसीज़ में आमतौर पर दीर्घकालिक निवेश क्षितिज होता है।
जीवन बीमा पॉलिसी के तहत भुगतान किए गए प्रीमियम को आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत घटाया जा सकता है।
पॉलिसी की अवधि पॉलिसीधारक की पसंद पर कुछ सालों से लेकर कई दशकों तक हो सकती है।
प्रीमियम का भुगतान मासिक, तिमाही, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक रूप से किया जा सकता है।
पॉलिसीधारक, नॉमिनी को नियुक्त कर सकता है। नॉमिनी को पॉलिसीधारक की मृत्यु पर डेथ बेनिफ़िट मिलता है।
इस पॉलिसी के जराए धारक को अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में मदद मिलती है।
इस पॉलिसी के तहत बच्चो के भविष्य को भी सुरक्षित किया जा सकता है।
FAQ (Frequently Asked Questions)
Q. Insurance क्यों जरूरी है?
Ans. बीमा आपको, आपके परिवार और आपकी संपत्तियों की सुरक्षा करने में मदद करता है। एक बीमाकर्ता आपको अप्रत्याशित और नियमित चिकित्सा बिलों या अस्पताल में भर्ती होने, आपकी कार को दुर्घटना में हुए नुकसान या दूसरों को चोट लगने, और घर को हुए नुकसान या आपके सामान की चोरी की लागतों को कवर करने में मदद करेगा। एक बीमा पॉलिसी आपके जीवित बचे लोगों को आपकी मृत्यु होने पर एकमुश्त नकद भुगतान भी प्रदान कर सकती है। संक्षेप में, बीमा अप्रत्याशित वित्तीय जोखिमों के बारे में मन की शांति प्रदान कर सकता है।
Q. Insurance क्या है?
Ans. इंश्योरेंस आपके वित्तीय जोखिमों को प्रबंधित करने का एक तरीका है। जब आप बीमा खरीदते हैं, तो आप अप्रत्याशित वित्तीय नुकसान के खिलाफ सुरक्षा खरीदते हैं। अगर कुछ बुरा होता है तो बीमा कंपनी आपको या आपके द्वारा चुने गए किसी व्यक्ति को भुगतान करती है। अगर आपके पास कोई बीमा नहीं है और कोई दुर्घटना होती है, तो आप सभी संबंधित लागतों के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
Q. लाइफ इंश्योरेंस के लिए आवश्यक दस्तावेज कौन-कौन से है?
Ans. इसमें आपका आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट इत्यादि शामिल हो सकते है।
इसमें आपका इनकम सर्टिफिकेट, बैंक स्टेटमेंट और सेलरी स्लिप शामिल हो सकती है।
पहचान पत्र में आप अपना वोटर आईडी, पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि दे सकते है।
मेडिकल इमरजेंसी में आपको अपनी मेडिकल रिपोर्ट जमा करनी होगी। इस दौरान आपको कुछ मेडिकल टेस्ट भी करवाने पड़ सकते है।
आवेदनकर्ता को अपनी वर्तमान पासपोर्ट साइज फोटो देनी होगी।